लालू, तेजस्वी और तेज प्रताप को बड़ी राहत, जमीन के बदले नौकरी मामले में मिली जमानत
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी और तेज प्रताप यादव को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार नौकरी के बदले जमीन मामले लालू यादव और उनके बेटों को जमानत दे दी।
नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को नौकरी के बदले जमीन मामले में जमानत दे दी है। लैंड-फॉर-जॉब्स केस वह मामला है जिसमें आरोप लगाया गया है कि लालू प्रसाद यादव, जब 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे, तो उन्होंने रेलवे में ग्रुप-डी की भर्तियों के बदले कुछ लोगों से जमीनें या जमीन के टुकड़े अपने परिवार या करीबी लोगों के नाम पर करवाए। यह मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित वेस्ट सेंट्रल जोन की भर्तियों से जुड़ा है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले की जांच की और 6 अगस्त को अंतिम रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की। यह मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की दर्ज की गई एफआईआर पर आधारित है। इस मामले में लालू प्रसाद यादव के साथ उनके बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी आरोपी हैं।
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने इन नेताओं को 1 लाख रुपये के निजी मुचलके पर राहत दी, क्योंकि जांच के दौरान उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था।मामले की अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को होगी।
वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे खिलाफ राजनीतिक साजिश है और कुछ भी नहीं है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि वे एजेंसियों का दुरुपयोग करते हैं। इस मामले में कुछ भी ठोस नहीं है। हमारी जीत निश्चित है। केंद्र सरकार लगातार साजिश रच रही है।