नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा का चुनाव प्रचार आज थम गया। शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थम गया और अब चुनाव शनिवार 5 अक्टूबर को है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कुछ ऐसा हुआ जिसकी खूब चर्चा रही। दिन में पूर्व लोकसभा सांसद अशोक तंवर बीजेपी के लिए वोट अपील कर रहे थे और उसके थोड़ी देर बाद ही वह कांग्रेस के मंच पर जाकर राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो जाते हैं। अशोक तंवर पहले कांग्रेस में ही थे लेकिन हाल के कुछ वर्षों में कई दलों में गए। इसी बार वह हरियाणा की सिरसा सीट पर बीजेपी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़े लेकिन कांग्रेस की कुमारी शैलजा से वह चुनाव हार गए।

पूर्व लोकसभा सांसद अशोक तंवर, जिन्होंने इसी साल जनवरी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन की थी और 'कमल' के निशान पर लोकसभा चुनाव लड़े। वह अब वापस कांग्रेस में लौट आए हैं। तंवर ने गुरुवार हरियाणा के महेंद्रगढ़ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रैली में कांग्रेस में दोबारा शामिल हो गए। सिरसा से पूर्व कांग्रेस सांसद रहे तंवर ने 2014 से 2019 तक हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। हालांकि इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी।

2021 में, वह तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हुए और अगले वर्ष आम आदमी पार्टी (AAP) में चले गए। तंवर ने लोकसभा चुनावों से पहले आप छोड़ दी, अरविंद केजरीवाल के कांग्रेस के साथ गठबंधन के फैसले का विरोध करते हुए। इसके बाद बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी ने उन्हें लोकसभा का टिकट भी दिया लेकिन वह चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो सके।

तंवर ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से एमफिल और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है और अपनी राजनीतिक यात्रा कांग्रेस के छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) से शुरू की थी। वह छात्र संगठन के अध्यक्ष रहे और कांग्रेस की युवा शाखा, भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) के भी प्रमुख रहे, इसके बाद वह पार्टी के कई बड़े पदों पर भी रहे।