मुजफ्फरपुर: AK-47 मामले में NIA की रेड, मुखिया के घर से भारी मात्रा में कैश बरामद

Muzaffarpur News: एनआईए ने मुजफ्फरपुर में एके 47 मामले में बड़ी कार्रवाई की है। आरोपी अनीश राय के पिता के घर छापा मारा गया। भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई। अनीश के पिता कुढ़नी के मुखिया हैं। 7 मई को मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से दो लोग गिरफ्तार हुए थे। उनके पास से एके 47 का मैगजीन और टेलिस्कोप मिला था।

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में NIA ने एके-47 मामले में बड़ी कार्रवाई की है। 7 मई को मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार विकास और सत्यम से AK-47 का मैगजीन और टेलिस्कोप मिला था। इसके बाद NIA ने मुख्य आरोपी देवमुनि उर्फ अनीश के पिता और कुढ़नी के मुखिया नंदकिशोर राय के घर छापा मारा। छापेमारी में बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई है। NIA को शक है कि यह पैसा हथियारों की तस्करी से कमाया गया है और जमीन खरीदने में लगाया गया है।

दरअसल,यह पूरा मामला 7 मई से शुरू हुआ। मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर दो लोग, विकास और सत्यम, पकडे गए। इनके पास से AK-47 का मैगजीन और टेलिस्कोप मिला। पूछताछ में तीसरे आदमी, देवमुनि उर्फ अनीश राय का नाम सामने आया था। अनीश के पास ही असली AK-47 था। अनीश को मनकौली गांव से गिरफ्तार किया गया। अगले दिन एक शमशान से AK-47 बरामद हुआ। फकुली थाने में मामला दर्ज हुआ। इस मामले में चार लोग आरोपी बने थे। देवमुनि उर्फ अनीश राय, विकास कुमार, सत्यम कुमार और अहनद अंसारी। अहनद अंसारी नागालैंड के दीमापुर का रहने वाला है।

जून में यह मामला NIA के हवाले कर दिया गया था। NIA को पता चला कि हथियार नागालैंड से तस्करी करके बिहार लाए गए थे। NIA को यह भी शक है कि हथियारों की तस्करी से जो पैसा कमाया गया, उसे जमीन खरीदने में लगाया गया। NIA इस पूरे नेटवर्क पर नजर रख रही थी। पिछले महीने ही विकास कुमार का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया था। NIA का मानना है कि आरोपियों ने हथियारों के धंधे से बहुत पैसा कमाया है। इस पैसे से उन्होंने बड़े-बड़े घर और जमीनें खरीदी हैं।

इस जानकारी के आधार पर NIA ने आज छापेमारी की। अनीश के पिता नंदकिशोर राय उर्फ भोला राय कुढ़नी के मुखिया हैं। उनके घर से ढेर सारा कैश मिला है। नंदकिशोर राय ने छापेमारी की बात मानी है। उन्होंने AK-47 के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह तो खेत से बरामद हुआ था। फिलहाल NIA की जांच अभी जारी है।

NIA यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस तस्करी में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। कितने हथियार लाए गए और कहां-कहां बेचे गए। NIA यह भी जानना चाहती है कि हथियारों से कमाए गए पैसे का क्या हुआ। कितनी जमीनें और संपत्ति खरीदी गई। माना जा रहा है कि इस मामले में आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। NIA पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है।

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