उत्तर प्रदेश के बलिया और बिहार के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली नई रेल लाइन के निर्माण की उम्मीद जगी है। रेलवे बोर्ड ने इस मांग पर संज्ञान लिया है और दानापुर-डीडीयू रेलखंड से छपरा-रेलखंड के बीच प्रस्तावित बलिया-जगजीवन हाल्ट रेल मार्ग के एलाइनमेंट में बदलाव पर विचार कर रहा है। इस बदलाव के तहत, नई रेल लाइन को जगजीवन हाल्ट की बजाय रघुनाथपुर से जोड़ा जाएगा। इससे इस परियोजना का महत्व और भी बढ़ जाएगा क्योंकि इससे बलिया एक साथ बक्सर और भोजपुर जिलों के सभी रेलवे स्टेशनों से जुड़ जाएगा।

बताया जा रहा है कि इससे बलिया से दोनों जिलों के हर रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन चलाना संभव हो जाएगा। इसका सीधा फायदा भोजपुर जिले के आरा, जगजीवन हाल्ट, कारीसाथ, कौड़िया, सर्वोदय हाल्ट, रामानंद तिवारी हाल्ट, बिहिया, बनाही, सिकरिया और बक्सर जिले के रघुनाथपुर, टुड़ीगंज, वीवी गिरि हाल्ट, डुमरांव, कुशलपुर हरनाहा, बरुना और नदांव हाल्ट सहित अन्य सभी रेलवे स्टेशनों से जुड़े लोगों को मिलेगा। रेलवे बोर्ड ने प्रस्तावित रेल मार्ग को रघुनाथपुर से जोड़कर बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ और भृगुनाथ मंदिरों को जोड़ने की पुरानी मांगों पर भी ध्यान दिया है। इस संबंध में रेलवे बोर्ड ने दानापुर के रेल मंडल प्रबंधक को पत्र भी भेज दिया है।

जानकारी के अनुसार, रघुनाथपुर रेल यात्री कल्याण समिति के संयोजक नागेंद्र मोहन सिंह ने दिल्ली में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में बलिया से आरा के बीच प्रस्तावित 61 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के बजाय बलिया से रघुनाथपुर तक 35 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बनाने का सुझाव दिया गया था। इससे न केवल दूरी कम होगी बल्कि लागत भी कम आएगी। ज्ञापन में यह भी कहा गया था कि बलिया से रघुनाथपुर रेल मार्ग से बक्सर और भोजपुर जिले के दियारा क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों को यातायात की सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।

पूर्व मध्य रेलवे, दानापुर के वरीय वाणिज्य प्रबंधक ने रघुनाथपुर रेल यात्री कल्याण समिति के संयोजक को पत्र भेजकर बताया है कि बलिया-रघुनाथपुर रेल मार्ग के संबंध में दिए गए सुझाव पर गौर किया जा रहा है। पत्र में यह भी कहा गया है कि रघुनाथपुर स्टेशन पर बनारस पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस के ठहराव के प्रस्ताव से हाजीपुर मुख्यालय को अवगत करा दिया गया है। श्रमजीवी और पंजाब मेल के संबंध में भी पत्र भेजा गया है।

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री और बलिया के सांसद चंद्रशेखर ने भी ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर को भृगु नाथ मंदिर से जोड़ने की मांग की थी। ऐसा इसलिए क्योंकि बड़ी संख्या में बलिया और गाजीपुर के श्रद्धालु भक्त बाबा का जलाभिषेक करने के लिए आते रहते हैं।