बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को एनडीए नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने साफ कर दिया कि 2025 का विधानसभा चुनाव उनके नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने सभी दलों से एकजुट होकर चुनाव लड़ने और कार्यकर्ताओं में बेहतर तालमेल बनाने की अपील की। बैठक में '2025 में 225, फिर से नीतीश' का नारा भी दिया गया। इस नारे से साफ है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे।

इधर सियासी पंडितों का मानना है कि नीतीश कुमार एक चतुर राजनीतिज्ञ हैं। वह समय-समय पर अपनी रणनीति बदलते रहते हैं। एनडीए की बैठक बुलाकर उन्होंने एक बार फिर अपनी रणनीति का लोहा मनवाया है। हालांकि विपक्षी दल राजद ने इस बैठक को फ्लॉप बताया है।

राजद सांसद मीसा भारती का कहना है कि बैठक में कई बड़े नेता मौजूद नहीं थे। उन्होंने कहा कि सीनियर नेता ही नहीं आए तो यह कैसी बैठक थी?" मीसा भारती ने कहा कि एनडीए के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है।

गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, सम्राट चौधरी जैसे नेताओं की बैठक में मौजूदगी पर मीसा भारती ने कहा कि गिरिराज सिंह बड़े नेता थोड़े हैं।

सम्राट चौधरी को तो पार्टी ने खुद ही दरकिनार कर रखा है। उनके बारे में क्या बात करें। मीसा भारती ने दावा किया कि नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई इस बैठक में कई महत्वपूर्ण नेता शामिल नहीं हुए। यह इस बात का संकेत है कि एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं है।