बिहार में पिछले 8 साल से शराबबंदी है, लेकिन अब सरकार ने एक नया फैसला लिया है। अब शराब के साथ-साथ पराली जलाने वालों पर भी ड्रोन से नजर रखी जाएगी। यह फैसला बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लिया गया है। दरअसल, अभी तक उत्पाद विभाग ड्रोन की मदद से अवैध शराब की तस्करी पर नजर रखता था। लेकिन अब धान की कटाई का मौसम शुरू होने वाला है और ऐसे में पराली जलाने की घटनाओं में भी इजाफा होने की आशंका है। इसको रोकने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।

सरकार को उम्मीद है कि ड्रोन की मदद से पराली जलाने वालों पर नकेल कसी जा सकेगी और वायु प्रदूषण को कम किया जा सकेगा। दरअसल, ऐसी आशंका जताई जा रही है कि धान की कटाई शुरू होने के बाद पराली जलाने के मामले बढ़ सकते हैं। जिसे रोकने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। बता दें कि बिहार के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। पटना का AQI खराब श्रेणी में 300 दर्ज किया गया है, जबकि हाजीपुर में AQI 400 के पार पहुंच गया है जो कि बेहद खतरनाक है। ऐसी हवा में सांस लेना सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदेह हो सकता है।

यही कारण है कि नीतीश सरकार ने किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। कई जिलों में तो पराली जलाने के खिलाफ मुहिम भी शुरू हो गई है। अब ड्रोन उन इलाकों पर नजर रखेंगे जहां पराली जलाए जाने की आशंका है। अगर कोई भी व्यक्ति पराली जलाते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ फौरन कार्रवाई की जाएगी।