सावन के पवित्र महीने में नाग-नागिन का मिलन, LIVE 'स्वयंवर' देख लोग हुए हैरान

Sawan 2025: सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव के गले का हार कहे जाने वाले सर्पों का महत्व बढ़ जाता है। सीतामढ़ी जिले में दो सांपों के मिलन का अद्भुत दृश्य देखा गया, जिसे लोगों ने शिव का अंश मानकर प्रणाम किया।

सीतामढ़ी: सावन का महीना सनातन धर्म के लिए बहुत पवित्र होता है। इस महीने में सांपों को भगवान शिव का रूप मानकर पूजा जाता है। लोग उन्हें मारते नहीं हैं, बल्कि उनकी उपयोगिता को समझते हैं। कुछ लोग तो सावन में सांपों को दूध भी पिलाते हैं, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं।

सावन में नाग और नागिन का मिलन

सावन की तीसरी सोमवारी को सीतामढ़ी जिले के एक गांव में दो नाग और नागिन के मिलन का अद्भुत दृश्य देखा गया। कई लोगों ने इस दृश्य को देखा और सांपों को प्रणाम किया। वायरल वीडियो में सांप आलिंगन करते हुए दिख रहे थे। लोग उन्हें देखकर डर भी रहे थे, लेकिन उन्होंने सांपों को प्रणाम किया और शुभ होने की कामना की

16 जुलाई को सांप दिवस

दरअसल, धरती पर हर जीव-जंतु उपयोगी है, जिनमें सांप भी शामिल हैं। सांप छोटे-छोटे कीड़े-मकोड़ों को खाते हैं, जिससे फसलें बचती हैं। सर्पदंश से बचाव की दवा भी सांप के विष से ही बनती है। हर साल 16 जुलाई को सांप दिवस मनाया जाता है, इस दिन लोगों को सांपों के बारे में जानकारी दी जाती है।

Related Articles
प्रमुख खबर
Next Story
Share it