Bihar News: वैशाली के जिलाधिकारी (डीएम) यशपाल मीणा पर बिहार के राजस्व सेवा के अधिकारियों ने दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों का कहना है कि डीएम ने उन्हें अपमानजनक भाषा में संबोधित किया, जिससे उन्हें ठेस पहुंची है।

दरअसल, यह घटना शुक्रवार को एक बैठक के दौरान हुई, जहां डीएम मीणा ने राजस्व और अंचलाधिकारियों को कथित तौर पर 'चोर; और 'बेहूदा; कहा। बिहार राजस्व सेवा संघ ने डीएम पर अमर्यादित व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा कि मीणा नवादा में डीएम रहते हुए भी अधीनस्थ अधिकारियों के साथ ऐसा ही व्यवहार करते थे।

शनिवार को समाहरणालय परिसर में धरना देते हुए राजस्व अधिकारियों ने डीएम की कार्यशैली की कड़ी आलोचना की। एक महिला अधिकारी ने कहा कि डीएम की कार्यशैली से हमारा पारिवारिक जीवन तनाव में है। यही हाल रहा तो हमारा तलाक हो जाएगा। सुबह से 10 बजे रात तक काम करना पड़ता है।

बिहार ग्रामीण विकास सेवा संघ ने भी राजस्व अधिकारियों के समर्थन में आवाज उठाई है। संघ ने कहा कि डीएम मीणा की यह हरकत भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और राज्य प्रशासनिक सेवा (SAS) के बीच बढ़ते मतभेद को दर्शाती है।

इससे पहले जनवरी 2023 में भी निबंधन एवं मद्य निषेध विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव केके पाठक का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को गाली देते हुए नजर आ रहे थे।

वैशाली के डीएम पर अधिकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि वे रोजाना दो-तीन घंटे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हैं और उसके बाद भी आमने-सामने की बैठकें बुलाते हैं। इन बैठकों में इतना समय बर्बाद हो जाता है कि अधिकारी अपना दैनिक कार्य समय पर पूरा नहीं कर पाते हैं।

हालांकि, जनसंपर्क विभाग ने डीएम की तरफ से इन आरोपों का खंडन किया है। विभाग का कहना है कि मीणा ने किसी भी अधिकारी को गाली नहीं दी है। डीएम तो बस लंबे समय से लंबित योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने का आदेश दे रहे थे। वे चाहते थे कि अधिकारी खुद परियोजना स्थलों का दौरा करें और काम में तेजी लाएं।