सर-मैडम...बंक मत मारिएगा! बड़का साहब कबो कर देंगे वीडियो कॉल, मास्टर साहब के 'जोड़-घटाव' पर छापा

Bihar Education Department: बिहार के स्कूलों में शिक्षकों की गायब होने की समस्या से निपटने के लिए शिक्षा विभाग ने अनोखा तरीका अपनाया है। एसीएस एस सिद्धार्थ अब खुद स्कूलों के हेडमास्टर और शिक्षकों को वीडियो कॉल कर रहे हैं।

Update: 2024-12-13 03:10 GMT

पटना: बिहार में शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ ने शिक्षकों की हाजिरी और स्कूलों की कार्यप्रणाली की जांच के लिए एक नया तरीका अपनाया है। वह सीधे वीडियो कॉल के जरिए स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। इससे उन शिक्षकों पर नकेल कसी जा सकेगी जो सिर्फ हाजिरी लगाकर स्कूल से गायब हो जाते हैं। इस अभियान की शुरुआत भागलपुर, बेगूसराय और पश्चिम चंपारण के स्कूलों से हुई है। इस दौरान शिक्षकों की उपस्थिति, बच्चों की संख्या, यूनिफार्म, ब्लैकबोर्ड पर लिखे पाठ और मिड डे मील की व्यवस्था की जानकारी ली जा रही है। कई स्कूलों में लापरवाही भी सामने आई है, जिसके बाद संबंधित स्कूलों में टीम भेजकर जांच की जा रही है।

दरअसल, बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए शिक्षा विभाग लगातार प्रयासरत है। हाल ही में कक्षा तीन, पांच और आठ के बच्चों के सीखने के स्तर की रिपोर्ट में कई कमियां पाई गई थीं। इसके बाद एसीएस एस सिद्धार्थ ने स्कूलों की निगरानी के लिए वीडियो कॉलिंग का तरीका अपनाया है। वे खुद हेड मास्टर और शिक्षकों के मोबाइल पर सीधे वीडियो कॉल कर रहे हैं। इससे शिक्षकों की उपस्थिति के साथ-साथ स्कूल की वास्तविक स्थिति का भी पता चल रहा है। एसीएस ने बताया कि उन्हें स्कूलों के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है।

वीडियो कॉल के दौरान एसीएस शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति की जांच करते हैं। साथ ही, वे यह भी देखते हैं कि बच्चे यूनिफार्म में हैं या नहीं। ब्लैकबोर्ड पर क्या लिखा है और मिड डे मील की क्या व्यवस्था है, इसकी भी जानकारी ली जाती है। कुछ स्कूलों में वीडियो कॉल के दौरान लापरवाही देखने को मिली है। ऐसे स्कूलों में जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) को भेजकर जांच करवाई जा रही है।

एसीएस एस सिद्धार्थ ने चेतावनी दी है कि लापरवाह शिक्षकों और H.M. को निलंबित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लापरवाह एचएम और शिक्षक सीधे निलंबित होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि वे रोजाना दस स्कूलों के शिक्षकों से वीडियो कॉल पर बात करेंगे। इसके लिए उन्होंने अपना नंबर भी सार्वजनिक किया है। सभी शिक्षकों को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।

दरअसल, बिहार शिक्षा विभाग की गुप्त रिपोर्ट में लाखों शिक्षकों की नियुक्ति के बावजूद सरकारी स्कूलों के बच्चों के सीखने के स्तर में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है। शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, कक्षा तीन, पांच और आठ के कई बच्चे अभी भी किताब ठीक से नहीं पढ़ पाते हैं। साथ ही उन्हें जोड़, घटाव, गुणा और भाग जैसे बुनियादी गणित के सवाल हल करने में भी दिक्कत होती है। इस स्थिति को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग नए-नए प्रयास कर रहा है। वीडियो कॉल के जरिए स्कूलों की निगरानी भी इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है।

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