बिहार के 23801 शिक्षकों की जाएगी नौकरी? आखिरी मौका हाथ से निकल न जाए

Bihar Teacher News: बिहार में पहली सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों का जिनका आधार सत्यापन नहीं हो पाया था, उनका फिर से बायोमेट्रिक सत्यापन होगा। इसके लिए चार नवंबर तक आवेदन देना होगा।

Update: 2024-10-29 14:45 GMT

Bihar Education Department: बिहार में नियोजित शिक्षकों के लिए बड़ी खबर है। जिन शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा पास कर ली है और काउंसलिंग के दौरान उनका बायोमेट्रिक तो सत्यापित हो गया था, लेकिन आधार सत्यापन नहीं हो पाया था, उन्हें एक और मौका दिया जा रहा है। ऐसे शिक्षक 4 नवंबर तक अपने पदस्थापन वाले जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर अपने नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या और मोबाइल नंबर में सुधार कर सकते हैं। इसके अलावा जिन 23,801 शिक्षकों के प्रमाण पत्र संदिग्ध पाए गए हैं, उन्हें भी 9 नवंबर तक सही प्रमाण पत्र अपलोड करने का मौका दिया गया है।

शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिन शिक्षकों का आधार सत्यापन नहीं हो पाया था, वे अपने दस्तावेजों में जरूरी सुधार करके दोबारा बायोमेट्रिक सत्यापन करवा सकेंगे। इसके लिए उन्हें 4 नवंबर तक जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन करना होगा।

आवेदन मिलने के बाद संबंधित जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा शिक्षकों के नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या और मोबाइल नंबर में सुधार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट पर किया जाएगा। शिक्षकों को अपना आवेदन वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। इस प्रक्रिया के बाद संबंधित शिक्षक का दोबारा बायोमेट्रिक सत्यापन कराया जाएगा। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा की गई कार्रवाई का सत्यापन सॉफ्टवेयर के माध्यम से संबंधित जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा।

गौरतलब है कि सक्षमता परीक्षा पास नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग 13 सितंबर तक जिलों में हुई थी। कई शिक्षकों का बायोमेट्रिक तो सत्यापित हो गया था, लेकिन आधार से जुड़ी कुछ गड़बड़ियों के कारण उनका आधार सत्यापन नहीं हो पाया था। इन गड़बड़ियों में नाम में अंतर, जन्मतिथि में अंतर, आधार संख्या की गलत प्रविष्टि इत्यादि शामिल थीं। शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों को राहत देते हुए उन्हें अपने दस्तावेजों में सुधार करने का एक और मौका दिया है।

काउंसलिंग के दौरान जिन शिक्षकों का एक या एक से अधिक प्रमाणपत्र संदिग्ध पाया गया है, उन्हें सही प्रमाणपत्र अपलोड करने हेतु बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा सॉफ्टवेयर में विकल्प प्रदान किया गया है। इसके लिए नौ नवंबर तक का समय दिया गया है।

गौरतलब है कि शिक्षकों द्वारा पहले से भरे गए आवेदन में किसी भी जानकारी को बदला नहीं जा सकेगा। शिक्षक द्वारा पूर्व में आवेदन भरते समय अंकित किए गए नाम, जन्म तिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर सॉफ्टवेयर में यथावत रहेगा और इस पर किसी प्रकार की ओवरराइटिंग नहीं की जाएगी।

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