एस सिद्धार्थ मॉडल से बिहार के मास्टर साहब धरा रहे रंगे हाथ , केके पाठक की तरह एक्शन जारी

Bihar Education Department: बिहार के सरकारी स्कूलों की हकीकत जानने के लिए अपर मुख्य सचिव (ACS) एस सिद्धार्थ ने अनोखा तरीका अपनाया है। वो वीडियो कॉल के जरिये स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं।

Update: 2024-12-14 15:21 GMT

पटना: बिहार के शिक्षा विभाग में एक नया 'एस सिद्धार्थ मॉडल' चर्चा में है। ACS एस सिद्धार्थ वीडियो कॉल के माध्यम से स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। इससे शिक्षक अब स्कूल की जानकारी छुपा नहीं पा रहे हैं। शनिवार को मधुबनी जिले के मुसहरी स्थित एक स्कूल में जब उन्होंने वीडियो कॉल किया, तो वहां की असलियत सामने आ गई।

कॉल शिक्षक की बजाय टोला सेवक ने रिसीव किया। उन्होंने बताया कि शिक्षक सब्जी लेने गए हैं। स्कूल में कुल छह शिक्षक हैं, लेकिन उस दिन सिर्फ एक ही आए थे। बाकी पांच मोतिहारी गए हुए थे। स्कूल में 137 बच्चों का नामांकन है, लेकिन उस वक्तत सिर्फ 35 बच्चे मौजूद थे। ये बच्चे ठंड में बोरे पर बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। क्योंकि स्कूल में बेंच और डेस्क नहीं थे।

बता दें कि ACS एस सिद्धार्थ अपने आधिकारिक नंबर से वीडियो कॉल करके स्कूलों का जायज़ा ले रहे हैं। वो शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति के साथ-साथ स्कूल के बुनियादी ढांचे की भी जांच कर रहे हैं। इस वीडियो कॉल अभियान के तीसरे दिन शनिवार को एक स्कूल में सभी शिक्षक गायब मिले। इससे ग्रामीण इलाकों के स्कूलों की जमीनी हकीकत सामने आ रही है। ACS एस सिद्धार्थ रोजाना 10 स्कूलों के शिक्षकों से वीडियो कॉल पर बात करते हैं।

ये नया तरीका केके पाठक मॉडल की तरह ही चर्चा में है। जहां केके पाठक ने स्कूलों में सुधार के लिए कई कदम उठाए थे। अब एस सिद्धार्थ का ये वीडियो कॉल अभियान बिहार के शिक्षा तंत्र को बदलने की कोशिश है। देखना होगा कि ये कितना कारगर साबित होता है। लेकिन इतना तो तय है कि इससे शिक्षा विभाग में हलचल मच गई है।

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