70th BPSC Exam: नॉर्मलाइजेशन पर बड़ा फैसला, अभ्यर्थियों के सामने झुका आयोग; एक ही प्रश्नपत्र से होगी परीक्षा

BPSC Exam 2024: बीपीएससी 70वीं परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लेकर छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पटना पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। खान सर के साथ कई छात्र नेताओं को हिरासत में ले लिया। इसके बाद बीपीएससी ने नॉर्मलाइजेशन का फैसला वापस ले लिया।

Update: 2024-12-06 15:47 GMT

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू करने के अपने कथित फैसले को वापस ले लिया है। पटना में अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन के बाद आयोग ने शुक्रवार देर शाम यह निर्णय लिया। आयोग ने एक आधिकारिक पत्र जारी कर कहा कि नॉर्मलाइजेशन की खबरें भ्रामक हैं और परीक्षा एक ही प्रश्नपत्र सेट से आयोजित की जाएगी। परीक्षा पूर्व निर्धारित तिथि 13 दिसंबर 2024 को ही होगी।

70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू करने की खबरों से अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश था। शुक्रवार सुबह से ही पटना में अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने पहुंचे खान सर को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद BPSC ने अपना फैसला वापस लेते हुए एक पत्र जारी किया।

आयोग ने अपने पत्र में कहा है कि एकीकृत 70वीं संयुक्त (प्रा.) प्रतियोगिता परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाए जाने संबंधित भ्रामक खबरें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चलाई जा रही हैं। आयोग ने इस बात पर हैरानी जताई है कि नॉर्मलाइजेशन की अफवाह कहां से शुरू हुई, जबकि ऐसा कोई प्रस्ताव ही नहीं था।

BPSC ने कोचिंग संचालकों और कुछ स्थानीय छात्र नेताओं पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया है। आयोग ने कहा है कि इन लोगों ने जानबूझकर अभ्यर्थियों को गुमराह करने के लिए यह अफवाह फैलाई। आयोग ने साफ किया है कि परीक्षा के विज्ञापन में कहीं भी नॉर्मलाइजेशन का जिक्र नहीं था। न ही बाद में ऐसी कोई सूचना जारी की गई।

आयोग ने दोहराया है कि परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक एक ही पाली में होगी। परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन जैसी कोई प्रक्रिया नहीं अपनाई जाएगी। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा के लिए 23 सितंबर 2024 को विज्ञापन जारी किया गया था। ऑनलाइन आवेदन की तिथि 28 सितंबर से 18 अक्टूबर तक थी। बाद में अभ्यर्थियों के अनुरोध पर इसे 4 नवंबर तक बढ़ा दिया गया था।

BPSC ने कहा है कि वह हमेशा अभ्यर्थियों के हित में निष्पक्ष परीक्षाएं आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं। मल्टीसेट पेपर तैयार करना भी इन्हीं कदमों में से एक है। हालांकि, परीक्षा एक ही सेट से ली जाएगी। आयोग ने अभ्यर्थियों से शांति बनाए रखने और परीक्षा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की है।

नॉर्मलाइजेशन एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिससे अलग-अलग शिफ्ट में होने वाली परीक्षाओं के अंकों को एक समान स्तर पर लाया जाता है। यह प्रक्रिया परीक्षा के स्तर में अंतर होने पर अपनाई जाती है। इससे सभी अभ्यर्थियों को बराबरी का मौका मिलता है। हालांकि, BPSC ने स्पष्ट कर दिया है कि 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि परीक्षा एक ही शिफ्ट और एक ही प्रश्नपत्र सेट से होगी।

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