Karwa Chauth 2024: करवा चौथ पर हेल्दी फास्ट के हैं ये चार नियम
Karwa Chauth Healthy Fast Rule: करवा चौथ पर महिलाएं फास्ट रखती हैं। ऐसे में डॉक्टर ने हेल्दी फास्ट के कुछ नियम बताए हैं।
नई दिल्ली: विवाहित महिलाओं के लिए करवा चौथ व्रत का अपना सांस्कृतिक महत्व है। महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और स्वस्थ काया के लिए यह व्रत रखती हैं। इस दौरान पूरे दिन उपवास रखती हैं। चांद को चलनी से देखने के बाद महिलाएं अपने पति के हाथों ही व्रत तोड़ती हैं। यह व्रत पति-पत्नी के अटूट रिश्ते को दिखाता है। इस साल करवा चौथ 20 अक्टूबर को है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि आप हेल्दी फास्ट कैसे करेंगे।
मीडिया से बात करते हुए शालीमार बाग स्थित फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टर पवन गोयल ने कहा कि करवा चौथ के दौरान स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के महत्व को दोहराया है। उन्होंने कहा कि करवा चौथ पति-पत्नी के बीच आजीवन बंधन का प्रतीक है। डॉ गोयल ने कहा कि एक पत्नी को यह याद रखना चाहिए कि उस बंधन के लिए उसका जीवन और स्वास्थ्य समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। इसलिए करवा चौथ का व्रत रखते समय अपने स्वास्थ्य के लिए कुछ दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।
उन्होंने करवा चौथ का व्रत रखने वालों के लिए कुछ नियम बताए हैं। यह सुनिश्चित हो सके कि त्यौहार को उत्साह और जोश के साथ मनाया जाए। बिना किसी स्वास्थ्य समस्या के आपका व्रत हो, इसके लिए कुछ नियमों का पालन जरूरी है।
करवा चौथ के व्रत में पानी से भी परहेज किया जाता है। डॉ गोयल ने व्रत से एक दिन पहले हाइड्रेटेड रहने का महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि व्रत से एक रात पहले और सुबह खूब सारा पानी और पेय पदार्थ पीना जरूरी है। हाइड्रेशन से व्रत के दौरान डिहाइड्रेशन, सिरदर्द और थकान से बचने में मदद मिलती है। अतिरिक्त हाइड्रेशन और पोषक तत्वों के लिए सुबह नारियल पानी, नींबू पानी और ताजे फलों का जूस भी लिया जा सकता है।
डॉ गोयल ने कहा कि सुबह भोजन से पहले सरगी होता है, उसमें स्वस्थ और पौष्टिक आहार लें। उन्होंने सरगी में प्रोटीन, जटिल कार्बोहाइड्रेट और स्वस्थ वसा का मिश्रण शामिल करने की सलाह दी। ये खाद्य पदार्थ लंबे समय तक उर्जा प्रदान करते हैं। इससे लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। वहीं, मीठे और तले हुए भोजन करने से उन्होंने मना किया है। इससे दिन के अंत में उर्जा के स्तर को कम कर सकते हैं।
वहीं, दिन भर की भूख को दूर रखने के लिए कई लोग अक्सर ज्यादा खा लेते हैं। डॉ गोयल ने इससे बचने की सलाह देते हैं क्योंकि यह स्वास्थ्य पर निगेटिव प्रभाव डालता है। साथ ही व्रत तोड़ने के तुरंत बाद कुछ हल्का खाने की सलाह दी जैसे कि फल या एक गिलास पानी। उन्होंने समझाया है कि पूरे दिन उपवास करने के बाद पाचन तंत्र संवेदनशील हो सकता है। इसलिए तुरंत भारी और तैलीय भोजन से बचना सबसे अच्छा है। धीरे-धीरे आसानी से पचने वाले पदार्थ जैसे सूप, सलाद और घर का बना खाना शामिल करें।
सोच-समझकर खाने से अपच और बेचैनी से बचा जा सकता है। इसके साथ ही डॉक्टर ने कहा कि हर किसी की अपनी शारीरिक सीमाएं होती हैं, उन पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि उपवास लोगों की व्यक्तिगत पसंद है लेकिन शरीर की सीमाओं को पहचानना जरूरी है। अगर आपको उपवास के दौरान चक्कर, बहुत ज्यादा थकान या अस्वस्थता महसूस होती है तो इसे जल्दी तोड़ने पर विचार करें। गर्भवती महिलाओं, मधुमेह जैसी चिकित्सा स्थितियों वाली महिलाएं या दवाएं लेने वाली महिलाओं को उपवास करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। लंबे समय तक उपवास सुरक्षित नहीं होता है।