बाबा सिद्दीकी बढ़िया आदमी नहीं था... लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर योगेश के बयान से हिली पुलिस
Baba Siddiqui Murder Case: दिल्ली पुलिस और मथुरा पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में लॉरेंस बिश्नोई-हाशिम बाबा गैंग के शूटर योगेश को पकड़ा गया। उसने बाबा सिद्दीकी मर्डर केस को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और मथुरा पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई-हाशिम बाबा गैंग के शूटर योगेश को गिरफ्तार किया है। योगेश पर आरोप है कि उसने मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या से एक महीने पहले दिल्ली में जिम संचालक नादिर शाह की हत्या की थी। योगेश ने दावा किया है कि बाबा सिद्दीकी एक बुरा आदमी था और उन पर मकोका का केस चल रहा था।
योगेश ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर हाशिम बाबा ने 12 सितंबर को दिल्ली में नादिर शाह की हत्या करवाई थी। हाशिम बाबा तिहाड़ जेल में बंद है। योगेश ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई तिहाड़ जेल में हाशिम बाबा के फोन का इस्तेमाल करता था।
पुलिस ने जब योगेश से पूछा कि क्या वह और उसके गैंग के लोग पहले से लोगों को निशाना बनाकर रखते हैं या उनकी रेकी करते हैं, तो उसने जवाब दिया कि इस बारे में सच्चाई बताऊं तो सारी जानकारी होती है और मिल भी जाती है। फोन चल रहा है, गूगल है, नेट है।
योगेश ने यह भी दावा किया कि उसे बदायूं से पकड़ा गया था और मथुरा में उसका एनकाउंटर हुआ था। उसने कहा कि वह पैसे के लिए काम नहीं करता है। उसने कहा कि यह सब भाईचारे के लिए करता है। उसने बताया कि उनका गैंग बहुत बड़ा है। दिल्ली पुलिस और मथुरा पुलिस ने बताया कि उन्होंने योगेश को एक एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया था।
बता दें कि बाबा सिद्दीकी की हत्या पिछले शनिवार को मुंबई के बांद्रा इलाके में उनके बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर कर दी गई थी। 66 साल के सिद्दीकी पर तीन लोगों ने गोलियां चलाई थीं। मुंबई पुलिस के मुताबिक, उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। गैंग के एक सदस्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके इस हत्याकांड की ज़िम्मेदारी ली है। मुंबई पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह हत्या कॉन्ट्रैक्ट किलिंग थी, राजनीतिक दुश्मनी के चलते की गई या फिर झुग्गी पुनर्वास प्रोजेक्ट को लेकर मिली धमकी के बाद की गई। मुंबई पुलिस ने इस मामले में 15 टीमें बनाई हैं और उन्हें महाराष्ट्र के बाहर भी भेजा गया है।
पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23), उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) और पुणे निवासी प्रवीण लोनकर शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से दो पिस्टल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस इस मामले में शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा की तलाश कर रही है।