यूपी उपचुनाव: सीसामऊ में वोटर आईडी कार्ड चेक करने पर हंगामा, 2 दारोगा सस्पेंड
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में कानपुर के सीसामऊ क्षेत्र में पुलिस द्वारा मतदाताओं की वोटर आईडी चेक करने पर समाजवादी पार्टी की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने दो दरोगाओं को निलंबित कर दिया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने और सभी शिकायतों का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर प्रशासनिक दबाव बनाकर चुनाव में धांधली करने के आरोप लगाए।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर के कटेहरी विधानसभा क्षेत्र के सीसामऊ इलाके में चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद पुलिसकर्मियों द्वारा मतदाताओं की वोटर आईडी चेक किए जाने का मामला सामने आया था। इस पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने आपत्ति जताते हुए शिकायत दर्ज कराई। मामले को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने दो दरोगाओं को निलंबित कर दिया है। साथ ही, निर्वाचन प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित करने के लिए सभी तैनात अधिकारियों को सख्त हिदायतें दी गई हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) और सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (DEOs) व रिटर्निंग अधिकारियों (ROs) को यह निर्देश दिया है कि मतदान प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी रहे। उन्होंने कहा कि सभी शिकायतों का तुरंत निपटारा किया जाए और सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर की गई कार्रवाई की जानकारी शिकायतकर्ता को दी जाए। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी योग्य मतदाता को मतदान से वंचित नहीं किया जाएगा, और यदि किसी अधिकारी या कर्मी द्वारा पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अतिरिक्त, चुनावी प्रक्रिया की निगरानी के लिए नौ जिलों में तैनात पुलिस बल और पर्यवेक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने के लिए सतर्क रहें। यह कदम सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हों।
उधर, उपचुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनाव को ईमानदारी से नहीं, बल्कि धांधली और प्रशासनिक दबाव के जरिए जीतने की कोशिश कर रही है। उन्होंने प्रशासनिक मशीनरी पर दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी को अपनी हार का डर है, इसलिए वह इस तरह के हथकंडे अपना रही है।
चुनाव आयोग द्वारा उठाए गए इन कदमों का उद्देश्य मतदाता के अधिकारों की रक्षा करना और चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाए रखना है, ताकि लोकतंत्र के मूल्यों को कायम रखा जा सके।