Live Video: इजरायली सैनिकों की बर्बरता का वीडियो, शवों को छत से धकेलते और लात मारते दिखे
Video of Israeli Soldiers: वेस्ट बैंक के कबातिया शहर में इजरायली हमले में सात फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। वीडियो फुटेज में सैनिकों को छत से शवों को धकेलते हुए देखा गया है।
इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में एक बार फिर खून खराबा हुआ है। कबातिया शहर में इजरायली सेना के हमले में सात फिलिस्तीनी मारे गए। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें इजरायली सैनिक एक छत से शवों को धकेलते हुए दिखाई दे रहे हैं। फिलिस्तीन ने इस वीडियो की निंदा करते हुए इसे क्रूरता की हद बताया है।
फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय का कड़ी प्रतिक्रिया
फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। एक्स पर एक पोस्ट में मंत्रालय ने इसे इजरायली सेना की क्रूरता का प्रमाण बताया है। विदेश मंत्री ने शुक्रवार को बताया कि इजरायली सेना ने पहले तो फिलिस्तीनियों पर छत पर गोलियां चलाईं और फिर तीन लोगों को छत से नीचे फेंक दिया। बाद में एक सैन्य बुलडोजर उनके शवों को ले गया।
शव को लात मारते दिख रहे सैनिक
अल जजरा द्वारा जारी किए गए वीडियो फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सैनिक एक इमारत की छत से शवों को धक्का दे रहे हैं। इससे पहले उन्होंने उस जगह को घेर लिया था और एंटी टैंक राइफल ग्रेनेड से हमला किया था। एक सैनिक को एक शव को तब तक लात मारते हुए देखा गया जब तक वह किनारे से नीचे नहीं गिर गया।
फिलिस्तीनी अधिकारी मुस्तफा बरघौती ने वीडियो में दिख रहे कृत्य को बर्बर और अमानवीय करार दिया है। बरघौती ने कहा कि उन्हें यकीन नहीं है कि सैनिकों ने यह देखने की भी जहमत उठाई होगी कि जिन लोगों को वे छत से फेंक रहे हैं वे जीवित हैं या मृत। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत सैनिकों को यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि दुश्मन खेमे के शवों के साथ सम्मान से पेश आया जाए।
इजरायली सेना का दावा है कि उसने झड़पों के दौरान चार फिलिस्तीनी बंदूकधारियों को मार गिराया था। सेना ने इस वीडियो को लेकर कहा है कि इसकी जांच की जा रही है। एक बयान में इजरायली सेना ने कहा कि यह एक गंभीर घटना है जो इजरायली सेना के मूल्यों और सैनिकों से जो अपेक्षा की जाती है, उसके अनुरूप नहीं है।
अब तक 600 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं
बता दें कि 7 अक्टूबर से अब तक वेस्ट बैंक में 600 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 2005 के बाद यह साल सबसे ज्यादा मुश्किल रहा है। इस घटना ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भी इस घटना पर चिंता जताई है।