ऐश्वर्या राय को लेकर बिहार पुलिस में बवाल, आरोप के बाद एक्शन में आए भागलपुर SSP, दारोगा पर होगी कार्रवाई?

Bihar Police: सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के बिसौनी गंगापुर गांव में फोटो स्टेट दुकानदार शंभू कुमार ने महिला दारोगा ऐश्वर्या राय पर 2.90 लाख रुपए ठगी का आरोप लगाया है। आरोप है कि ऐश्वर्या ने कांस्टेबल की नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए थे।

Update: 2024-11-29 14:44 GMT

Bhagalpur News: बिहार के भागलुर जिले के सुल्तानगंज के बिसौनी गंगापुर गांव में एक फोटो स्टेट दुकानदार शंभू कुमार ने महिला दारोगा ऐश्वर्या राय पर पुलिस कांस्टेबल की नौकरी दिलाने के नाम पर 2.90 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया है। यह मामला 2022 के श्रावणी मेले के दौरान का है, जब ऐश्वर्या की सुल्तानगंज में ड्यूटी थी। शंभू का आरोप है कि ऐश्वर्या ने शुरुआत में 1 लाख रुपये और बाद में 1.90 लाख रुपये लिए। ऐश्वर्या फिलहाल ERSS सिस्टम डायल 112 में तैनात हैं। ऐश्वर्या ने सभी आरोपों को झूठा बताया है और कहा है कि शंभू ने उनके एक परिचित धनंजय से उधार पैसे लिए थे। एसएसपी आनंद कुमार ने मामले की जांच विधि व्यवस्था डीएसपी चंद्रभूषण को सौंपी है।

बताया जा रहा है कि शंभू कुमार बिसौनी गंगापुर में एक फोटो स्टेट की दुकान चलाते हैं। 2022 में श्रावणी मेले के दौरान दारोगा ऐश्वर्या राय की उनकी दुकान पर आना-जाना होता था। शंभू के अनुसार, ऐश्वर्या ने उनके बेटे के बारे में पूछा और उसे पुलिस में नौकरी दिलाने का वादा किया। शंभू ने बताया कि ऐश्वर्या ने नौकरी के लिए कुल 15 लाख रुपये की मांग की थी।

शंभू ने बताया कि महिला दारोगा के भरोसे में आने के बाद 15 लाख में नौकरी की बात पक्की हुई। शुरुआती राशि के रूप में एक लाख रुपए कैश मैंने अपनी दुकान पर धनंजय के सामने एश्वर्या को दिया। धनंजय, एश्वर्या का करीबी है। कैश के बाद मैंने एश्वर्या को अपने बेटे की पढ़ाई से संबंधित कागजात भी दिए। इसके बाद दूसरी बार 1.90 लाख भी दिए। दारोगा ने कहा कि जैसे-जैसे काम होगा, बाकी के 14 लाख रुपए देते जाना।

शंभू का कहना है कि उन्होंने शुरुआत में एक लाख रुपये नकद ऐश्वर्या को दिए। यह पैसा उन्होंने अपनी दुकान पर धनंजय की मौजूदगी में दिया, जो ऐश्वर्या का करीबी बताया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने 1.90 लाख रुपये और दिए। ऐश्वर्या ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जैसे-जैसे काम आगे बढ़ेगा, बाकी के 14 लाख रुपये दे दिए जाएं।

शंभू के मुताबिक, जब उन्होंने ऐश्वर्या से अपने बेटे के नाम की लिस्ट मांगी तो वह टालमटोल करने लगी। महिला दारोगा ने कहा कि कुछ दिन बाद नौकरी लग जाएगी, लेकिन नौकरी नहीं लगी। करीब एक साल पहले एश्वर्या ने बाकी बचे रुपए की मांग की। फिर मैंने उनसे पूछा कि लिस्ट दिखाइए कि आखिर मेरे बेटे का नाम कहां है? आप लिस्ट दिखाएंगी, तभी हम बाकी के रुपए देंगे। मेरे ओर से सवाल उठाए जाने के बाद एश्वर्या ने आनाकानी शुरू कर दी। लगभग एक साल से ज्यादा तक एश्वर्या बात को टालती रही। न तो उन्होंने कोई लिस्ट दिखाई और न ही मेरे बेटे की नौकरी लगी। एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी न तो उनके बेटे को नौकरी मिली और न ही ऐश्वर्या ने कोई लिस्ट दिखाई।

शंभू ने कहा कि मैंने जब एश्वर्या से अपने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने मेरी पत्नी के सामने मेरे साथ गाली-गलौज की। बहुत बहस हुई, जिसके बाद मैंने उनको कॉल लगाना बंद कर दिया। मैं समझ गया कि कोई नौकरी लगने वाली नहीं है। मैं ठगी का शिकार हो गया हूं। दूसरी तरफ, ऐश्वर्या राय ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। महिला दरोगा ऐश्वर्या राय ने कहा कि जिस धनंजय का जिक्र किया गया है। उसने पीड़ित से कर्ज के तौर पर पैसे लिए थे। जिसमें 10 हजार रुपए लौटाए भी थे। बाकी रुपए लौटाने की बात भी धनंजय और पीड़ित के बीच हो चुकी थी। अब बीच में बेवजह मुझे घसीटा जा रहा है।

एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि दुकानदार ने आवेदन दिया है। उसने एक महिला दरोगा और उनके एक करीबी धनंजय कुमार पर नौकरी के नाम पर रुपए लेने का आरोप लगाया है। मामले में जांच की जा रही है। विधि व्यवस्था डीएसपी चंद्रभूषण को जांच के लिए निर्देश दिया गया है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।

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