गोपालगंज में एक साथ 53 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ FIR, एसपी के एक्शन से हड़कंप; जानें मामला
Bihar Police: गोपालगंज में 53 पुलिस अफसरों पर केस दर्ज हुए हैं। अफसरों पर पुराने मामलों की जिम्मेदारी दूसरों को नहीं सौंपने का आरोप है। ये केस 5 से 10 साल पुराने हैं।;
गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में 53 पुलिस अफसरों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। ये सभी अलग-अलग थानों में तैनात थे। इन पर आरोप है कि इन्होंने अपने पास दर्ज मामलों की जिम्मेदारी किसी और को नहीं सौंपी। ये मामले 5 से 10 साल पुराने हैं। पुलिस अधीक्षक (SP) अवधेश दीक्षित के आदेश पर यह कार्रवाई हुई है। इन पर आपराधिक विश्वासघात का मामला दर्ज किया गया है। ये अफसर केस की जांच (IO) के दौरान दूसरे जिलों में ट्रांसफर हो गए थे। लेकिन केस फाइल अपने साथ ले गए। इससे सैकड़ों केस सालों से लंबित पड़े हैं।
दरअसल, SP अवधेश दीक्षित ने पुराने मामलों की समीक्षा की थी। तभी यह गड़बड़ी सामने आई। उनके निर्देश पर कुचायकोट, गोपालपुर, महम्मदपुर और बरौली थानों में केस दर्ज हुए हैं। इन अफसरों पर भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 316(5) के तहत कार्रवाई हुई है। यह धारा सरकारी कर्मचारी द्वारा अपने कर्तव्य का पालन न करने से जुड़ी है।
कुचायकोट थाने में 11 पुलिस अफसरों पर केस दर्ज हुआ है। इनमें सुमन कुमार मिश्रा, अवधेश कुमार, कृष्णा तिवारी, शंभू मांझी, रितेश कुमार सिंह, भगवान तिवारी, अंबिका प्रसाद मंडल, रामवृक्ष पासवान, अर्जुन प्रसाद, अजय कुमार और बिनोद कुमार शामिल हैं। गोपालपुर थाने में अनिल कुमार सिंह, कपिलदेव सिंह और सोमारू राम पर केस दर्ज हुआ है।
बरौली थाने में सबसे ज़्यादा 28 अफसरों पर केस दर्ज हुआ है। इनमें मुनीलाल सिंह, गिरजा प्रसाद सिंह, एमके तिवारी, रामबली सिंह, डोमन रजक, विजय कुमार सिंह, चंद्रिका प्रसाद, महामाया प्रसाद, जितेंद्र कुमार सिंह, रूपेश कुमार मिश्रा, बदरी प्रसाद यादव, दिलीप कुमार सिंह, अरविंद कुमार सिंह, अशोक चौधरी, जुबैर अहमद खां, रामेश्वर महतो, राजेंद्र प्रसाद यादव, जितेंद्र सिंह, आरएन राम, मुहम्मद सनाउल, बिनोद शर्मा, रामप्रवेश राय, संजीव कुमार, राम अयोध्या पासवान, सुरेश पासवान, एस अंसारी, एमएम झा, राजदेव प्रसाद यादव, कन्हैया तिवारी, सुरेश ठाकुर, रामनिहोरा राय, समीर अहमद, एनके सिंह, एके सिंह, उग्रनाथ झा, राजकुमार क्षत्रिय और संजय कुमार यादव शामिल हैं।
महम्मदपुर थाने में तीन पुलिस अफसरों पर केस दर्ज हुआ है। ये हैं अनिल कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह और बागेश्वर राम। ये सभी अफसर जांच अधिकारी (IO) थे। इनके दूसरे जिलों में जाने के बाद केस की फाइलें भी चली गईं। इससे गोपालगंज में सैकड़ों केस लटके रह गए। कुछ केस तो 5 से 10 साल से भी अधिक पुराने हो गए हैं। इससे लोगों को न्याय मिलने में देरी हो रही है। पुलिस विभाग की इस लापरवाही से आम जनता को परेशानी हो रही है। अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।