छोटे से घर में हर दिन खटर-पटर, रात में हो जाते शांत; अंदर पहुंची पुलिस तो नजारा देख हुई हैरान

East Champaran News: पूर्वी चंपारण में पुलिस ने हथियारों के निर्माण का भंडाफोड़ किया है। बिहार के कई जिलों में इसके तार जुड़े हैं। पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया और दो तस्करों को गिरफ्तार किया।;

Update: 2025-04-18 12:46 GMT

Motihari News: पूर्वी चंपारण में पुलिस ने हथियारों की एक अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। यह फैक्ट्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हथियारों की तस्करी में शामिल थी। पुलिस ने 12 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद इस मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया। मोतिहारी पुलिस ने सारण और मुंगेर में छापेमारी करके दो बड़े तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।

पुलिस को यह सफलता भारत-नेपाल सीमा के केसरिया के पालनवा थाना क्षेत्र में मिली। गुप्त सूचना के आधार पर एक घर में चल रही इस गन फैक्ट्री का पता चला। छापेमारी में पुलिस ने भारी मात्रा में बने हुए और आधे बने हुए आधुनिक हथियार और कारतूस बरामद किए हैं।

पुलिस के अनुसार, इस फैक्ट्री के तार बिहार के कई जिलों से जुड़े हैं। मोतिहारी के SP स्वर्ण प्रभात ने बताया कि रक्सौल CDPO के नेतृत्व में एक विशेष दल का गठन किया गया था> इस दल में रामगढ़वा, रक्सौल और भेलाही थाना की पुलिस भी शामिल थी>

पुलिस टीम ने पलनवा थाना के सिरिसिया गांव में ऑपरेशन शुरू किया। यहीं पर मिनी गन फैक्ट्री चल रही थी। यह फैक्ट्री पोल्ट्री फार्म की आड़ में चलाई जा रही थी। पुलिस ने इस फैक्ट्री के मास्टरमाइंड पंकज कुमार सिंह और राजेश्वर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि इन दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद एक विशेष टीम को छपरा और मुंगेर भेजा गया। वहां से फैक्ट्री के मास्टरमाइंड अमिताभ शर्मा और मुंगेर से नैयर आलम को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने छपरा से अमिताभ शर्मा के पास से पिस्तौल और कारतूस भी बरामद किए हैं।

एसपी ने बताया कि छपरा से गिरफ्तार अमिताभ शर्मा और मुंगेर से गिरफ्तार मोहम्मद नैयर आलम मास्टर ट्रेनर और मुख्य टेक्नीशियन के रूप में काम करते थे। वे जरूरत के अनुसार मैन पावर भी सप्लाई करते थे। इसका मतलब है कि वे लोगों को हथियार बनाने का प्रशिक्षण देते थे और फैक्ट्री के लिए कर्मचारी भी ढूंढते थे।

एसपी स्वर्ण प्रभात ने छापेमारी में बरामद हथियारों की जानकारी देते हुए कहा कि छापामारी में कंट्री मेड एक कारबाइन, देसी तीन पिस्टल, 9 एमएम के 43 कारतूस, 3.5 बोर के 31 कारतूस, 7.62 के दो कारतूस, 315 बोर के दो कारतूस को बरामद किया गया है। इसके अलावा, पुलिस ने हथियार बनाने की मशीनें और उपकरण भी बरामद किए हैं. पुलिस को आधे बने हुए पिस्टल और स्लाइडर मैगजीन भी मिले हैं।

एसपी ने इस कार्रवाई को पुलिस की एक बड़ी सफलता बताया है। उन्होंने कहा कि यह फैक्ट्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हथियारों की तस्करी में शामिल थी। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस फैक्ट्री से और कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं। साथ ही, पुलिस यह भी पता लगा रही है कि ये हथियार कहां भेजे जाते थे।

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