Cheetah Release: भारत के जंगल 70 साल बाद दिखेगी चीतों की छलांग, अग्नि और वायु हुए कुनो में आजाद

Cheetah In Kuno Jungle: चीता दिवास पर कुनो जंगल चीता अग्नि और वायु को छोड़ा गया था। 70 साल बाद भारत के जंगल में चीतों की जोड़ी छलांग लगाते दिखेगी। इन दोनों को छोड़ना अगर सफल रहा तो अन्य चीतों को जंगल में छोड़ा जाएगा।

Update: 2024-12-04 14:30 GMT

Cheetah Release In Kuno Jungle: कूनो जंगल से चीता दिवस पर बड़ी खुशखबरी आई है। चीता दिवस पर दो चीतों को खुले जंगल में छोड़ दिया गया है। इन चीतों का नाम अग्नि और वायु है। ये आने के बाद से बाड़े में कैद थे। सुरक्षा के दृष्टिकोण से इन्हें खुले जंगल में नहीं छोड़ा जा रहा था। चीता प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों ने मंथन के बाद दोनों चीतों को खुले जंगल में छोड़ दिया है। ये अब खुली हवा में सांस ले सकेंगे। साथ ही पर्यटक भी कुनो आकर अब चीतों की छलांग दे सकते हैं।

बीते दो साल से पर्यटक चीतों को देखने के लिए बेताब हैं लेकिन कुनो जंगल के बाड़े में अभी चीते कैद हैं, इसकी वजह से पर्यटक नहीं देख पा रहे हैं। चीता प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों ने इसे लेकर कई राउंड की मीटिंग की है। इसके बाद खुले में दो चीतों को छोड़ा गया है। सब कुछ ठीक रहा तो अन्य चीतों को भी जंगल में छोड़ा जाएगा। अग्नि और वायु केज से निकलते ही जंगल में छलांग लगाते हुए भागते दिखे।


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी चीतों की आजादी पर खुशी जताई है। अभी कूनो जंगल में करीब 24 चीते हैं। इनमें अधिक शावक ही हैं। शावकों का जन्म भारत की धरती पर ही हुआ है। वहीं, जंगल में छोड़े गए अग्नि और वायु पर वन विभाग की टीम लगातार नजर रखेगी।साथ ही उनके मूवमेंट को भी देखेगी कि चीते कहां जा रहे हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले पवन नाम के चीता को खुले जंगल में छोड़ गया था। वह कई बार कुनो जंगल की सीमा को लांघकर राजस्थान और यूपी में प्रवेश कर जाता था। बारिश के दिनों में एक नाले में उसका शव मिला था। अटकलें थी कि बाढ़ में फंसने की वजह से उसकी मौत हो गई। हालांकि अभी तक पवन की मौत के कारण साफ नहीं हुए हैं। वहीं, अग्नि और वायु को जंगल में छोड़ना सफल रहा तो अन्य चीतों को धीरे-धीरे जंगल में छोड़ा जाएगा। 

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