झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण में हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी समेत 10 दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
Jharkhand Vidhan Sabha Election Voting: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 38 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। इनमें 10 सीटों पर कड़ा मुकाबला है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी, कल्पना सोरेन और सुदेश महतो समेत कई बड़े नेता इन सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। सभी की निगाहें इन हॉट सीटों के नतीजों पर टिकी हैं।
Jharkhand Chunav Voting: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए आज यानी बुधवार को वोटिंग हो रही है। इस चरण में कुल 38 सीटों पर मतदान हो रहा है, जहां 528 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। इनमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन और विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी भी शामिल हैं। राज्य में सत्ताधारी जेएमएम नीत गठबंधन और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला है।
इन 10 सीटों पर टीकीं सबकी नजरें
झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 38 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान जारी है। इनमें से 10 सीटों पर सभी की नजरें टिकी हैं।यहां से राज्य के दिग्गज नेता चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन, आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो, राज्य सरकार के चार मंत्री इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, हफीजुल हसन और बेबी देवी। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी भी इसी चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
कौन दिग्गज कहां से लड़ रहा चुनाव
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन साहिबगंज जिले के बरहेट से झामुमो के उम्मीदवार हैं। वे यहां से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला आजसू छोड़कर भाजपा में शामिल हुए गमालियल हेम्ब्रम से है। 2019 के विधानसभा चुनाव में गमालियल को आजसू के टिकट पर केवल 2,573 वोट मिले थे। दिलचस्प बात यह है कि 2019 में भाजपा ने इस सीट पर साइमन मालतो को उम्मीदवार बनाया था, जिन्हें 48 हजार से अधिक वोट मिले थे। इस बार भाजपा ने साइमन मालतो का टिकट काट दिया, जिससे नाराज होकर वे झामुमो में शामिल हो गए और अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे हैं।
गिरिडीह जिले की धनवार सीट से बाबूलाल मरांडी
गिरिडीह जिले की धनवार सीट से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर इंडिया गठबंधन की एकता दरकी हैं और यहां से झामुमो-भाकपा माले गठबंधन के दोनों दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। भाकपा माले ने राजकुमार यादव को और झामुमो ने निजामुद्दीन अंसारी को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा के लिए एक और चुनौती निर्दलीय प्रत्याशी निरंजन राय हैं, जिन्होंने चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में गृह मंत्री अमित शाह के सामने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली और बाबूलाल मरांडी के लिए वोट मांगते नजर आये।
गिरिडीह जिले की गांडेय है हॉट
तीसरी हॉट सीट गिरिडीह जिले की गांडेय है, जहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन चुनावी मैदान में हैं। भाजपा ने उनके खिलाफ गिरिडीह जिला परिषद् की अध्यक्ष मुनिया देवी को मैदान में उतारा है। मुस्लिम और आदिवासी बहुल मतदाताओं वाली इस सीट पर सिर्फ एक बार 2014 में भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश वर्मा को जीत हासिल हुई थी।
जामताड़ा पर भी है सबकी नजर
जामताड़ा सीट को भी राज्य की हॉट सीटों में गिना जा रहा है, जहां से हमेशा अपने बयानों की वजह से विवादों में रहने वाले कांग्रेस उम्मीदवार और हेमंत सरकार के मंत्री इरफान अंसारी हैट्रिक की उम्मीद के साथ मैदान में हैं। इन्हें सोरेन परिवार की बहू और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन कड़ी टक्कर दे रही हैं। कुछ दिनों पहले इरफान अंसारी द्वारा सीता सोरेन के ऊपर की गई एक व्यक्तिगत और आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद से इरफान अंसारी डिफेंसिव हैं और भाजपा हमलावर।
रांची की सिल्ली सीट है हॉट
आजसू प्रमुख सुदेश महतो की उम्मीदवारी के कारण रांची जिले की सिल्ली सीट की गिनती भी राज्य की हॉट सीटों में होती है। 2014 को छोड़कर 2000 से 2019 तक सुदेश महतो का इस सीट पर कब्जा रहा है। 2014 में झामुमो उम्मीदवार अमित महतो ने उनसे यह सीट छीनी थी। झामुमो ने एक बार फिर अमित महतो को ही प्रत्याशी बनाया है। सुदेश और अमित के बीच सीधी टक्कर को जेएलकेएम (झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा) के देवेंद्र महतो त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
नाला सीट पर है सबकी नजर
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो नाला सीट से चुनावी मैदान में हैं, जहां भाजपा ने पिछले चुनाव में आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ चुके माधव चंद्र महतो को उम्मीदवार बनाया है। 2019 का चुनाव भाजपा और आजसू ने अलग-अलग लड़ा था। भाजपा उम्मीदवार को करीब 57 हजार और आजसू प्रत्याशी को 16 हज़ार से अधिक वोट मिले थे। इस बार भाजपा और आजसू साथ-साथ हैं। झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी चंदनकियारी सीट से भाग्य आजमा रहे हैं। उनका मुकाबला झामुमो के उमाकांत रजक से है, जो आजसू छोड़कर झामुमो में आए हैं।
महागाामा सीट पर है आमने-सामने की जंग
गोड्डा जिले की महागामा सीट पर हेमंत सोरेन सरकार में कांग्रेस कोटे की मंत्री दीपिका पांडेय सिंह का भाजपा के अशोक भगत से सीधा मुकाबला है। देवघर जिले की मधुपुर सीट पर झामुमो कोटे के मंत्री हफीजुल हसन को भाजपा के गंगा नारायण सिंह से कड़ी चुनौती मिल रही है। हेमंत सरकार की एक अन्य मंत्री बेबी देवी डुमरी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी हैं। उन्हें आजसू पार्टी की यशोदा देवी और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के फायरब्रांड लीडर जयराम महतो चुनौती दे रहे हैं।
यहां पर है कांटे की टक्कर
दूसरे चरण के कुछ अन्य महत्वपूर्ण उम्मीदवारों में भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण बोकारो से, सचेतक अनंत ओझा राजमहल से, झाविमो छोड़ कांग्रेस में आए प्रदीप यादव पोडै़याहाट से, भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलम पाकुड़ से, झामुमो के बागी और भाजपा उम्मीदवार लोबिन हेम्ब्रम बोरियो से, भाकपा माले नेता विनोद सिंह बगोदर से, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी सुदिव्य सोनू गिरिडीह से, भाजपा छोड़ झामुमो का दामन थामने वाले केदार हाजरा जमुआ से चुनाव मैदान में हैं।
1.23 करोड़ मतदाता कर रहे अपने मताधिकार का प्रयोग
दूसरे चरण के लिए राज्य में कुल 1.23 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं, जिनमें 60.79 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक 14,218 मतदान केंद्रों पर होगा। 31 मतदान केंद्रों पर वोटिंग शाम चार बजे ही समाप्त हो जाएगी।
बीजेपी हिंदुत्व के मुद्दे पर लड़ी है चुनाव
झामुमो के नेतृत्व वाला गठबंधन अपनी जन कल्याणकारी योजनाओं के दम पर सत्ता में वापसी की कोशिश कर रहा है। वहीं, बीजेपी ने हिंदुत्व, बांग्लादेश से घुसपैठ और मौजूदा सरकार के भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चुनाव लड़ा है।
अब तक 200 करोड़ की अवैध सामग्री और नकदी जब्त
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सभी बूथों के लिए मतदान कर्मियों को भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक करीब 200 करोड़ रुपये की अवैध सामग्री और नकदी जब्त की गई है। उन्होंने ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित 90 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 38 में से आठ सीटें अनुसूचित जनजातियों और तीन सीटें अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित हैं।