Lalu Yadav: तेज प्रताप और मीसा भारती को 'साइड' कर आगे बढ़ रहे तेजस्वी यादव, घर में ही होगा 'खेला'?

Lalu Yadav News: लालू परिवार में राजनीतिक मतभेद उभर रहे हैं। तेजस्वी यादव अकेले चुनावी रणनीति बना रहे हैं। मीसा भारती और तेज प्रताप यादव जैसे परिवार के सदस्य नदारद हैं।

Update: 2024-12-12 09:48 GMT

पटना: लालू यादव के परिवार में राजनीतिक एकता की कमी दिख रही है। तेजस्वी यादव अकेले चुनावी मोर्चे पर दिख रहे हैं। मीसा भारती, रोहिणी आचार्या और तेज प्रताप यादव जैसे परिवार के अन्य सदस्य चुनावी मंचों से गायब हैं। एक तरह से कहा जाए तो यह राजद के अंदरूनी कलह की ओर इशारा कर रहा है। दूसरी ओर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बीच मजबूत राजनीतिक और पारिवारिक संबंधों के विपरीत, लालू परिवार में शक्ति संघर्ष चल रहा है।

हर जगह अकेले ही दिखते हैं तेजस्वी यादव

दरअसल, तेजस्वी यादव चुनावी रैलियों और यात्राओं में अकेले ही दिखाई देते हैं। परिवार के अन्य सदस्य जिनमें मीसा भारती, रोहिणी आचार्या और तेज प्रताप यादव शामिल हैं, इन आयोजनों में मौजूद नहीं रहते हैं। यूं कहें तो दूर रखा जाता है। ऐसे में कई सवाल खड़े होते हैं। क्या परिवार के कुछ सदस्यों को सक्रिय राजनीति से दूर रखा जा रहा है या परिवार के भीतर कोई अंदरूनी कलह चल रही है?

तेजस्वी के हाथ में पार्टी का कमान

तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, आरजेडी की कमान संभाले हुए हैं। लेकिन वे चुनावी मंचों पर अक्सर अकेले या स्थानीय नेताओं के साथ दिखाई देते हैं। अपने परिवार के सदस्यों के साथ उनकी उपस्थिति कम देखी जा रही है। यह आरजेडी के अंदरूनी समीकरणों पर सवाल उठाता है। क्या परिवारवाद की राजनीति में दरार आ रही है?

साथ-साथ दिखते हैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी

दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के बीच मजबूत राजनीतिक और पारिवारिक संबंध देखे जा सकते हैं। राहुल गांधी के राजनीतिक कार्यक्रमों में प्रियंका गांधी सक्रिय रूप से भाग लेती हैं। 'भारत जोड़ो यात्रा' में उनकी भागीदारी इसका एक उदाहरण है। गाजियाबाद में उन्होंने राहुल गांधी का स्वागत किया और मंच पर उनके साथ बैठीं। एक वीडियो में राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका का माथा चूमते हुए दिखाई दे रहे हैं। प्रियंका गांधी ने अपने भाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि राहुल गांधी को ठंड नहीं लगती क्योंकि उन्होंने सच्चाई की ढाल ओढ़ रखी है, मेरे भाई को कभी नहीं खरीद सकते क्योंकि वह सच्चाई के लिए खड़े हैं।

लालू परिवार में तालमेल नहीं!

राजनीतिक पंडितों का मानना ​​है कि राहुल और प्रियंका गांधी के बीच जो राजनीतिक तालमेल है, वह लालू परिवार में नहीं है। उनके अनुसार, लालू परिवार में सत्ता के लिए संघर्ष चल रहा है। हर कोई सत्ता का केंद्र बनना चाहता है। राहुल और प्रियंका गांधी एक-दूसरे के समर्थक हैं, प्रतिद्वंदी नहीं। अपने पिता को खोने के बाद दोनों ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। राहुल गांधी को पहले अकेले राजनीति में उतारा गया था, लेकिन जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो प्रियंका गांधी को लाया गया। हो सकता है कि भविष्य में दोनों के बीच प्रतिद्वंदिता हो, लेकिन फिलहाल उनके बीच मजबूत संबंध हैं।

लालू परिवार में 'अपनी डफली अपना राग'

दूसरी ओर लालू परिवार में 'अपनी डफली अपना राग' चल रहा है। हालांकि, तेजस्वी यादव को आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का आशीर्वाद प्राप्त है। यही कारण है कि बड़े भाई होने के बावजूद तेज प्रताप यादव को राजनीतिक ऊंचाइयां नहीं मिली, जो तेजस्वी को मिल रही है। यही कारण है कि पार्टी और परिवार का विवाद गाहे बगाहे सामने आ ही जाता है।

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