92 साल से टेस्ट खेल रही है टीम इंडिया लेकिन अब सपना हुआ पूरा, लंबे समय तक याद रहेगा यह मैच
एक ओर जहां सड़क हादसे के बाद पहली बार पंत टेस्ट टीम में वापसी कर रहे थे तो वहीं दूसरी ओर भारतीय टीम हार और जीत के रिकॉर्ड पर बराबर खड़ी थी। मैच खत्म होने के बाद कई ऐसे रिकॉर्ड इस टेस्ट में बने हैं जिसे भारतीय टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक याद किया जाएगा।
नई दिल्ली: भारत-बांग्लादेश 2 मैचों की सीरीज में भारत ने अपना पहला मैच शानदार तरीके से जीत लिया। भारतीय टीम ने न केवल जीत हासिल की है बल्कि कई रिकार्ड भी बनाए। पहले टेस्ट को कई चीजों के लिए याद किया जाएगा। पंत के कमबैक के लिए तो याद किया ही जाएगा साथ ही साथ भारतीय क्रिकेट टीम ने चेन्नई में 2 मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में बांग्लादेश को हराकर अपना 92 साल लंबा इंतजार खत्म किया।
चेपॉक में भारत की 280 रन की जीत के साथ ही एक ऐसा रिकॉर्ड बना डाला जिसका लंबे समय से इंतजार थाा। इंडियन टीम ने इतिहास में पहली बार खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट में अपनी जीत की संख्या को अपनी हार की संख्या से ऊपर कर लिया। भारत ने अपना पहला टेस्ट 1932 में सीके नायडू के नेतृत्व में खेला, लेकिन 158 रन से हार का सामना करना पड़ा। उस मैच के बाद से भारत कभी भी अपनी जीत की संख्या हार की संख्या से अधिक नहीं कर पाया।
बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में जीत टेस्ट इतिहास में भारत की 179वीं जीत थी। इस टेस्ट से पहले भारतीय टीम के हार जीत का रिकॉर्ड बराबर था। 178 हार और 178 जीत। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम हार से आगे निकल गई है। टीम इंडिया इकलौती ऐसी टीम नहीं है जिसकी टेस्ट में जीत की संख्या हार की संख्या से ऊपर है। देखिए किस टीम का रिकॉर्ड कैसा है-
टेस्ट क्रिकेट में हार से ज्यादा जीत वाली टीमें-
ऑस्ट्रेलिया: जीत 414, हार- 232
इंग्लैंड: 397 जीत, हार 325
दक्षिण अफ्रीक: 179 जीत, हार-161
भारत: जीत 179, हार - 178
पाकिस्तान: जीत 148, हार 144
पहले मैच में अश्विन, जडेजा, पंत और शुभमन गिल के शानदार खेल की बदौलत टीम इंडिया ने बांग्लादेश को करारी शिकस्त दी। खेल चौथे दिन ही खत्म हो गया। टेस्ट मैच के पहले दिन पहले के दो सत्र में बांग्लादेश की टीम आगे रही लेकिन उसके बाद भारतीय टीम काफी आगे निकल गई। अगला मैच कानपुर में है और भारतीय टीम का यहां भी भारी पड़ने वाली है।