बिहार में इन लोगों के यहां बिजली विभाग नहीं लगाएगा स्मार्ट मीटर, जानें क्यों
Bihar Smart Meter: बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर 19 केवी तक के बिजली कनेक्शन वालों के लिए लग रहे हैं। 19 केवी से अधिक कनेक्शन वालों के लिए यह संभव नहीं है।
बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं, लेकिन सभी के लिए नहीं। जिनका बिजली कनेक्शन 19 केवी से ज्यादा है, उन्हें स्मार्ट मीटर नहीं मिलेंगे। स्मार्ट मीटर सिर्फ 60 एम्पियर या 19 केवी तक के कनेक्शन पर ही काम करते हैं। 19 केवी से ज्यादा बिजली कनेक्शन वालों को पोस्टपेड मीटर ही इस्तेमाल करना होगा।
बिहार में सरकारी और निजी उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर दिए जा रहे हैं। लेकिन, जिनका बिजली कनेक्शन 19 केवी से ज्यादा है, उनके लिए यह संभव नहीं है। अभी के स्मार्ट प्रीपेड मीटर सिर्फ 60 एम्पियर या 19 केवी तक के कनेक्शन पर ही काम कर सकते हैं।
ऐसे में 19 केवी से ज्यादा बिजली कनेक्शन वाले लोगों के पास पोस्टपेड मीटर ही एकमात्र विकल्प है। 19 से 70 केवी वाले कनेक्शन के लिए एलटीसीटी पोस्टपेड मीटर और 70 केवी से ज्यादा वाले कनेक्शन के लिए एचटी पोस्टपेड मीटर इस्तेमाल होते हैं। इन मीटरों में ऑटो रीडिंग की सुविधा पहले से ही है। इसलिए, तकनीकी कारणों से इन्हें स्मार्ट प्रीपेड मीटर में नहीं बदला जा सकता।
एक तरह से कहा जाए तो स्मार्ट मीटर सिर्फ 92 प्रतिशत उपभोक्ताओं के लिए ही हैं। सिंगल फेज कनेक्शन में तो यह सीमा और भी कम है। वहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर सिर्फ 7 केवी तक ही काम कर सकते हैं। थ्री-फेज कनेक्शन में यह सीमा 5 से 19 केवी के बीच है। पटना में लगभग 92 प्रतिशत उपभोक्ताओं का बिजली लोड 19 केवी से कम है। इसलिए, यहां स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है।
इससे साफ है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर अभी सीमित बिजली क्षमता वाले कनेक्शनों के लिए ही उपलब्ध हैं। अधिक बिजली खपत करने वालों के पास अभी पोस्टपेड मीटर ही एकमात्र विकल्प है। इनमें बड़े सरकारी संस्थान, फैक्ट्रियां और व्यापारिक प्रतिष्ठान शामिल हैं, जो अधिक बिजली खपत के कारण इस नई तकनीक का लाभ नहीं उठा पाएंगे।