क्या हम इतने आलसी हो गए हैं, 10 मिनट में फूड डिलीवरी पर भड़क गए CEO

Bombay Shaving Company के सीईओ शांतनु देशपांडे ने 10 मिनट की फूड डिलीवरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह ताजा और पौष्टिक हो सकता है। उन्होंने लोगों से खुद खाना बनाने की अपील की। साथ ही, रेगुलेटर्स से इस पर नजर रखने की मांग की। उन्होंने फूड डिलीवरी कंपनियों को जंक फूड की लत को बढ़ावा न देने की सलाह दी।

By :  N Nath
Update: 2024-12-18 08:22 GMT

नई दिल्ली: कभी पिज्जा की 30 मिनट में डिलीवरी एक क्रांतिकारी सेवा मानी जाती थी, लेकिन समय के साथ यह समय घटता गया। पहले ग्रॉसरी 30 मिनट में आने लगी, फिर Zepto और Blinkit जैसे स्टार्टअप्स ने इसे 10 मिनट तक सीमित कर दिया। अब 10 मिनट में फूड डिलीवरी का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन सवाल यह है कि जो खाना घर में बनाने में घंटों लगता है, वह 10 मिनट में कैसे तैयार होकर हमारे दरवाजे तक पहुंच रहा है?

Bombay Shaving Company के फाउंडर और सीईओ शांतनु देशपांडे ने इसी पर सवाल उठाया है। उन्होंने एक वायरल लिंक्डइन पोस्ट में इस विषय को विस्तार से समझाया। उन्होंने लिखा, "फ्रोजन प्यूरी, पुरानी सब्जियों को गर्म करके और धनिया से सजा दिया जाता है ताकि वह ताजा लगे। इसके बाद खाना किसी ऐसे डिलीवरी राइडर को दिया जाता है, जो अपनी बाइक मैड मैक्स की तरह चलाकर 10 मिनट में आपके दरवाजे पर पहुंच जाए। क्योंकि आप 15 मिनट और इंतजार नहीं कर सकते, या शायद आप इतने आलसी हो चुके हैं कि खुद से दाल-चावल तक नहीं बना सकते।"

रेगुलेटर्स को सतर्क रहने की अपील

देशपांडे ने कहा कि इनोवेशन की जरूरत है, लेकिन अभी तक 10 मिनट में ताजा और पौष्टिक खाना डिलीवर करने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने रेगुलेटर्स से अपील की कि वे इस सेक्टर पर नजर रखें, ताकि उपभोक्ताओं की सेहत और सुरक्षा के साथ समझौता न हो।

"खाना बनाना एक जरूरी स्किल"

देशपांडे ने लोगों से खुद खाना बनाने की अपील करते हुए लिखा, "खुद खाना बनाना एक एडल्ट स्किल है। कोई भी इतना बिजी नहीं है कि 10 मिनट निकालकर दाल-चावल, सलाद या सैंडविच न बना सके। आपका स्वास्थ्य इस पर निर्भर करता है कि आप क्या खाते हैं।"

क्विक फूड डिलीवरी: स्वास्थ्य के लिए खतरा?

उन्होंने बताया कि क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री के एक फाउंडर ने उन्हें बताया कि खाना बनाने का समय केवल 2 मिनट है और बाकी 8 मिनट में डिलीवरी हो जाती है। यह सुनकर वह हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि 40 रुपये के पिज्जा, 20 रुपये के एनर्जी ड्रिंक और 30 रुपये के बर्गर की लत हमें स्वास्थ्य के मामले में चीन और अमेरिका की तरह कमजोर बना रही है।

अब ये नई लत। उनका संदेश साफ है- स्वास्थ्य पहले, सुविधा बाद में। खाना सिर्फ जल्दी मिलने वाला प्रोडक्ट नहीं, बल्कि आपके जीवन का अहम हिस्सा है।

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